शांति देवी, दिल्ली की एक गृहिणी, ने 2023 में बड़ी ही साधारण शुरुआत की—अपने घर के रसोई में आचार बनाना। उन्होंने केवल ₹50,000 की Mudra Shishu Loan लेकर सिर्फ दो तरह—मूँग का आचार और नींबू का आचार—से शुरुआत की। अब वह स्थानीय सब्जी मंडी, किराना दुकानों और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर 300 जार महीने बेचती हैं। उनका मासिक मुनाफा ₹30,000 से अधिक है, और कई महिलाएँ उनके साथ काम करके आत्मनिर्भर हो गई हैं।
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आचार के बिजनेस का भविष्य और कमाई के तरीके
घर बैठकर चलाया जाने वाला ये सबसे आसान बिजनेस है। पिछले कुछ सालों से साउथ एशिया के अचार की डिमांड बहुत बढ़ चुकी है । अमेरिका जैसे देशों में भारत के अचार की डिमांड बहुत बढ़ गई है। यूरोपियन देशों में भी भारतीय आचार की बहुत बड़ी डिमांड है। इसके अलावा अपने देश के हर कोने कोने में भी आचार का इस्तेमाल खूब होता है ।
आचार तो आज देश के हर घर, छोटे बड़े ढाबे, होटल और रेस्टोरेंटों में इस्तेमाल होता है । एक बार ये बिजनेस शुरू किया जाए तो आप इसे कितने भी बड़ी लेवल पर बड़ा सकते हैं ।
घर बैठे आचार व्यवसाय शुरू करने की स्टेप-बाय-स्टेप गाइड
आचार बनाने के बिजनेस को आप दो तरह से शुरू कर सकते हैं । एक तरीका है जो पूरी तरह से ऑटोमैटिक है जिसमें 5 लाख से लेकर 10 लाख तक की इन्वेस्टमेंट हो सकती है। जिसे आप बड़े लेवल तक कर सकते हैं । दूसरा तरीका मैनुअल है जिसमें आपकी छोटी इन्वेस्टमेंट से काम शुरू कर सकते हैं । दूसरे तरीके में लेबर वर्क ज्यादा है । जैसे मैने ऊपर शांति देवी जो कि दिल्ली की रहने वाली है उसने केवल 50 हजार के मुद्रा लोन से अपना आचार बनाने का काम शुरू किया और आज अच्छा खासा काम रही है ।
मैने सुनीता देवी की सक्सेस स्टोरी के बारे में भी लिखा है जो कि पटना की रहने वाली है उन्होंने भी कम इन्वेस्टमेंट से ही ये काम शुरू किया था और आज एक लाख रुपए महीना कमा रही हैं ।
मशीन द्वारा आचार बनाने की विधि
जैसा कि मैने बताया था कि मशीन द्वारा आसानी से आचार बनाया जा सकता है । इस विधि में सब्जियां धोने से लेकर उन्हें काटने और फिर उन्हें मिक्स करने का सारा काम ऑटोमैटिक मशीन ही करती है । मशीन को आप अपने घर पर भी लगा सकते हैं । केवल दो व्यक्तियों द्वारा ये काम शुरू किया जा सकता है ।
मशीन ही गाजर, आम, मूली, गोभी, आंवला, आलू इत्यादि को धोती है । मशीन में सब्जियां डालने के बाद पानी डाला जाता है। मशीन सब्जी के ऊपर लगे हुए फालतू के पत्ते, रुए और जड़े भी काट देती है । उसके बाद धुली हुई सब्जी एक तरफ निकली जाती है और गंदा पानी एक तरफ चला जाता है ।
दूसरी प्रक्रिया में सब्जियां को मशीन के कटर में डाला जाता है । मशीन का कटर सब्जियों को छोटे छोटे टुकड़ों में काट देता है । ये टुकड़े आचार के लिए तैयार हो जाते हैं ।
तीसरी प्रक्रिया में मशीन के मिक्सर में सब्जियों के छोटे टुकड़े, स्वाद अनुसार नमक, मसाला, राई, शॉप, कलौंजी, लाल मिर्च पावडर, सरसों का तेल आधी डाला जाता है । ये मसाले अलग अलग आचार के लिए अलग अलग होते हैं जिन्हें रेसिपी कहा जाता है । ये रेसिपी आप किसी अनुभवी महिला से सीख सकते हैं या किसी यूट्यूब वीडियो से भी सीख सकते हैं । रेसिपी सीखने के लिए आप किसी लर्निंग सेंटर को भी ज्वाइन कर सकते हैं ।
इस वीडियो में आप मशीन द्वारा बनाया जाने वाला आचार की पूरी जानकारी ले सकते हैं
चौथी प्रक्रिया में मशीन द्वारा ये मिक्सड आचार पैक किया जाता है । आचार पैकिंग मशीन द्वारा ही आचार अलग अलग वजन के जार, बॉक्स या छोटी छोटी प्लास्टिक की पन्नियों में पैक किया जाता है । मशीन में वजन सेट किया जाता है इसके बाद मशीन अपने आप आचार को पैक कर देती है ।
आचार बनाने में सतर्कता और कुछ लोक प्रिय रेसिपीज
स्वच्छता पहले — साफ़ वातावरण और स्टरलाइज्ड जार्स का उपयोग करें।
4 लोकप्रिय रेसिपीज़ (प्रत्येक 1 लीटर जार के लिए):
- मूँग का आचार — 1 – 2 कप मूँग, ½ कप सरसों का तेल, 2 tbsp सादा नमक, 1 tsp हल्दी, 1 tbsp लाल मिर्च पाउडर, 1 tsp राई, ¼ tsp अजवायन, 1 tsp आचार मसाला। सभी सामग्री अच्छी तरह मिलाकर जार में भरें।
- नींबू का आचार — 10–12 छोटे नींबू काटकर, ½ कप नमक, 1 tbsp हल्दी, ½ कप सरसों का तेल, 1 tbsp मिश्री, ½ tsp हींग। नींबू और मसाले को मिश्रित कर जार में रखें।
- मिक्स्ड सब्ज़ी का आचार — गाजर, मिर्च, शिमला मिर्च क्यूब्स, 1 tsp लाल मिर्च पाउडर, 1 tbsp सरसों, ½ कप तेल, 1 tbsp नमक।
- लहसुन-आलू का आचार — 10 लहसुन कलियाँ, 1 मध्यम उबला आलू, 1 tbsp जीरा, ½ tbsp गरम मसाला, ½ कप सरसों का तेल।
पैकिंग — बायोडीग्रेडेबल या ग्लास जार का उपयोग करें।
Mudra Loan से आचार बिजनेस कैसे शुरू करें?
श्रेणी: Kishor (₹50,000–₹5 लाख)
श्रेणी : Tarun (₹5 लाख–₹10 लाख)
श्रेणी : Tarun Plus : (₹10 लाख–₹20 लाख)
लागत विवरण: मशीन द्वारा
अगर आप आचार बनाने के काम को पूरी तरह मशीन द्वारा करना चाहते हैं तो आपकी इन्वेस्टमेंट 5 लाख से 10 लाख तक होने वाली है जो कि तरुण मुद्रा लोन के तहत आप ये काम शुरू कर सकते हैं ।
छोटे स्केल पर लेबर द्वारा खर्च
रंग-ढंग और कच्चा माल: ₹20,000 (मसाले, जार, तेल)
उपकरण: ₹30,000 (मिक्सिंग बर्तन, स्टर्लाइज मशीन)
कुल प्रारंभिक व्यय: ₹50,000
आवेदन चरण:
सरल व्यापार योजना बनाएं
निकटतम बैंक या udyamimitra.in से आवेदन करें
KYC दस्तावेज़ एवं मशीनरी का कोटेशन संलग्न करें
प्रमुख बैंक जो Mudra Loan देते हैं
बैंक ब्याज दर (लगभग) लाभ
SBI 10.5% – 12.5%* देशभर में शाखाएं
PNB 10.3% – 11.5% त्वरित मंजूरी
HDFC 11% – 21% डिजिटल प्रोसेस उपलब्ध
*SBI Mudra ऋण, EBLR के ऊपर 3.25%, कुल ~12.15%
BankBazaar के अनुसार Mudra ऋण दरें 9.05% से शुरू
मार्केटिंग और बिक्री रणनीति
स्थानीय मार्केट: किराना दुकानों, सब्जी मंडी में सीधा संपर्क करें।
ऑनलाइन प्लेटफार्म: WhatsApp समूह, Instagram, छोटे e-marketplaces जैसे Amazon Pantry में लिस्ट करें।
विशेष ऑफर: त्योहारों में ‘थोड़ी मात्रा पर मिलते-जुलते जार’ ऑफर करें।
ब्रांडिंग: आकर्षक लेबल, QR कोड (ऐक्सेस विज्ञप्ति), सोशल मीडिया प्रचार।
प्रमोशन: नीचे की कीमतों पर “घर का स्वाद”, “स्वच्छ और सुरक्षित” जैसे USP गोल।
विस्तारीकरण (Expansion) योजना
नई रेसिपी (मिठाई/फलियों के आचार) जोड़ना
छोटे रिटेलर्स और स्कूल तक पहुँच
3–4 महिलाओं को काम पर रखने से उत्पादन बढ़ाएं
ग्रामोद्योग/एफपीओ से संपर्क
मशीन ऑटोमेशन, अपनी वेबसाइट और e-commerce ब्रांड बनाएं
Mudra Scheme का प्रभाव
PM Mudra Yojana (PMMY) ने अब तक ₹33 लाख करोड़ से अधिक ऋण वितरित किया है और 68% लाभार्थी महिलाएं हैं। यह योजना खासकर महिलाओं के स्वरोजगार को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण रही है। यहाँ तक कि ओबीसी/एससी/एसटी और अल्पसंख्यक समुदायों की भागीदारी भी उल्लेखनीय है।
निष्कर्ष
घर से ही आचार-व्यवसाय शुरू करना आसान, लाभकारी और पर्यावरण हितैषी विकल्प है। एक छोटी Mudra ऋण से शुरुआत कर आप धीरे-धीरे एक सफल ब्रांड बना सकते हैं। अगर आप इच्छुक हैं, तो अभी Mudra ऋण आवेदन करें और अपना स्वाद-भरा व्यवसाय शुरू करें!