भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने हाल ही में साफ किया है कि सेविंग अकाउंट में मिनिमम बैलेंस (Minimum Balance) रखने का नियम तय करना उनकी जिम्मेदारी नहीं है। इसका पूरा अधिकार बैंकों के पास है। आइए विस्तार से समझते हैं कि यह बदलाव आपके लिए कितना अहम है।
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RBI का आधिकारिक बयान: मिनिमम बैलेंस तय करना बैंकों का काम
11 अगस्त 2025 को गुजरात में आयोजित एक फाइनेंशियल इंक्लूजन इवेंट में आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि
सेविंग अकाउंट में कितना बैलेंस रखना जरूरी है, यह पूरी तरह से बैंकों पर निर्भर करता है।
RBI इस पर कोई नियम या लिमिट तय नहीं करता।
बैंक चाहे तो ₹2,000 रखें, ₹10,000 रखें या फिर पूरी तरह से माफ कर दें।
दरअसल, 2002 में ही RBI ने गाइडलाइन जारी की थी कि बैंक अपने ग्राहकों को अकाउंट खोलते समय या जब भी बदलाव हो, तब यह जानकारी साफ-साफ दें।
ICICI बैंक का बड़ा फैसला – अगस्त से लागू किए सेविंग अकाउंट के नए नियम
निजी क्षेत्र का दिग्गज बैंक ICICI ने हाल ही में अपने नए ग्राहकों के लिए Minimum Average Balance (MAB) में बड़ा बदलाव किया है:
मेट्रो और अर्बन शाखा: ₹50,000 (पहले ₹10,000 था)
सेमी-अर्बन शाखा: ₹25,000 (पहले ₹5,000 था)
ग्रामीण शाखा: ₹10,000 (पहले ₹2,500 था)
यह नए नियम सिर्फ उन खातों पर लागू होंगे, जो 1 अगस्त 2025 के बाद खोले गए हैं।
ICICI बैक के लिए लोगो ने दी तीखी प्रतिक्रिया
ICICI बैंक के इस कदम पर तीखी प्रतिक्रिया आई। जय कोटक (उदय कोटक के बेटे) ने कहा कि ₹50,000 का नियम मध्यवर्गीय परिवारों के लिए बेहद मुश्किल होगा और यह 90% भारतीयों पर नकारात्मक असर डाल सकता है।
इसके विपरीत, कई पब्लिक सेक्टर बैंक (PSU Banks) ग्राहकों को राहत दे रहे हैं:
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने सामान्य सेविंग अकाउंट में मिनिमम बैलेंस चार्ज खत्म कर दिया है।
बैंक ऑफ बड़ौदा ने 1 जुलाई 2025 से सभी खातों पर नो पेनाल्टी पॉलिसी लागू कर दी।
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) तो 2020 से ही सेविंग अकाउंट में जीरो मिनिमम बैलेंस ऑफर कर रहा है।
ICICI बैक में अकाउंट खुलवाने का सबसे अच्छा विकल्प
अगर आप बिना मिनिमम बैलेंस वाला अकाउंट चाहते हैं तो आपके लिए Basic Savings Bank Deposit Account (BSBDA) सबसे अच्छा विकल्प है।
इसमें कोई मिनिमम बैलेंस रखने की जरूरत नहीं होती।
यह अकाउंट हर बैंक को RBI गाइडलाइन के तहत ऑफर करना जरूरी है।
इसमें बेसिक जमा और निकासी की सुविधा के साथ डेबिट कार्ड भी मिलता है।
इसका मकसद है – हर व्यक्ति को बैंकिंग से जोड़ना।
आम आदमी को अब क्या क्या सावधानी रखनी चाहिए
नया अकाउंट खोलते समय सावधान रहें
अब हर बैंक के नियम अलग हो सकते हैं। अगर आप नया सेविंग अकाउंट खोलने जा रहे हैं तो पहले मिनिमम बैलेंस की शर्तें जरूर चेक करें।
पुराने ग्राहकों को तुरंत चिंता की जरूरत नहीं
ICICI बैंक के नए नियम सिर्फ 1 अगस्त 2025 के बाद खुले अकाउंट्स पर लागू हैं। आपके पुराने अकाउंट पर ये शर्तें नहीं लगेंगी।
सही बैंक चुनें
ICICI जैसे प्राइवेट बैंकों में बैलेंस लिमिट ज्यादा है।
जबकि SBI, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक जैसे पब्लिक सेक्टर बैंक में राहत है।
अगर आप ज्यादा बैलेंस नहीं रखना चाहते तो BSBDA अकाउंट आपके लिए सबसे अच्छा है।
निष्कर्ष
RBI ने साफ कर दिया है कि मिनिमम बैलेंस पर कोई नियम उनकी ओर से नहीं है। यानी अब यह पूरी तरह से बैंकों के हाथ में है।
ICICI जैसे निजी बैंक बैलेंस लिमिट बढ़ा रहे हैं।
वहीं SBI, यूनियन बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा जैसे पब्लिक सेक्टर बैंक ग्राहकों को राहत दे रहे हैं।
BSBDA अकाउंट उन लोगों के लिए सबसे बेहतर है, जिन्हें जीरो बैलेंस अकाउंट चाहिए।
अगस्त और सितम्बर 2025 से कई बदलाव लागू हो चुके हैं। इसलिए समझदारी यही है कि अपने बैंक के नियम जानें, तुलना करें और उसी हिसाब से सही अकाउंट चुनें।